कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने को लेकर बयान दिया है. उन्होंने इस कार्यवाही की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि इस चीज के मैं खिलाफ हूं, चाहे यह राहुल गांधी के खिलाफ हो या फिर लालू प्रसाद यादव या किसी और सांसद या विधायक के खिलाफ.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह कुदरत के इंसाफ के खिलाफ है. एक तरफ से जज ने फैसला सुनाया और दूसरी तरफ से उनकी संसद सदस्यता खारिज हुई. उन्होंने कहा कि यह देश के लोकतांत्रिक हितों के खिलाफ है. ऐसा चलता रहा तो पूरी की पूरी संसद और विधानसभा खाली हो जाएगी.
आपको बता दें कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद पार्टी रविवार को पूरे जोर-शोर से मैदान में उतरी. कांग्रेस ने पूरे देश में संकल्प सत्याग्रह किया और प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया. कांग्रेस ने बीजेपी पर राहुल और गांधी परिवार को बदनाम करने का आरोप भी लगा दिया.
दिल्ली के राजघाट पर जुटे कांग्रेस नेताओं में सबसे तीखे तेवर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी के नजर आए.
अपने भाई और परिवार का बचाव करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले किए. प्रियंका गांधी ने कई सवाल भी उठाए. उन्होंने कहा कि संसद में मेरे पिता का अपमान किया गया, मेरे भाई को मीरजाफर जैसा नाम दिया गया. आपके मंत्रियों ने संसद में मेरी मां का अपमान किया. आपके एक मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी नहीं जानते कि उनके पिता कौन हैं, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई. इन पर तो कोई केस नहीं होता, आप की सदस्यता रद्द नहीं होती.
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने मीडिया को नसीहत देते हुए उसकी जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा.