इन दिनों चारों ओर बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के धीरेंद्र शास्त्री की चर्चा है. इसके अलावा उनके तथाकथित चमत्कार भी चर्चा का विषय बने हुए हैं. वह व्यक्ति के बिना बताए ही पर्ची पर उसकी समस्याएं और उसके बारे में तथा उसके परिवारों के सदस्यों तक के बारे में जानकारी बता देते हैं. हालांकि इस को लेकर उनका विरोध और समर्थन दोनों हो रहा है. कोई उन पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है, तो कोई उनके समर्थन में तर्क दे रहा है.
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री इन तथाकथित चमत्कारों के अलावा इन दिनों मीडिया में छाए हुए हैं. उनके लगातार इंटरव्यू मीडिया में दिखाए जा रहे हैं और वह अपने आपको सनातन धर्म का सबसे बड़ा रक्षक बताने की कोशिश कर रहे हैं या यूं कहें कि उनके द्वारा कहा जा रहा है कि जो उनके द्वारा दिखाए जा रहे चमत्कारों का विरोध कर रहा है दरअसल वह सनातन धर्म पर हमला कर रहा है.
उनके द्वारा दिए जा रहा है तर्कों को लेकर भी कहा जा रहा है कि वह अपने विरोधियों को बदनाम करने के लिए तथा उनके सवालों से बचने के लिए सनातन धर्म की आड़ ले रहे हैं. लेकिन उनके अलावा इन दिनों सुहानी शाह नाम की एक लड़की भी चर्चाओं में है और वह भी मीडिया में छाई हुई है और वह भी बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की तरह ही किसी भी व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है, क्या सोच रहा है, क्या प्रश्न पूछना चाह रहा है, वह उसके बोलने से पहले ही बता दे रही हैं.
इसी को लेकर एबीपी न्यूज़ के पत्रकार सुमित अवस्थी ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि, जो काम पत्रकारों को करना चाहिए था वो अकेली सुहानी शाह जैसी कलाकार ने कर दिखाया! तभी किसी ने ठीक ही कहा कि पत्रकार इन दिनों ‘ज्यादा ही बड़े कलाकार’ नजर आ रहे हैं! सुहानी को बधाई और साधुवाद!
जो काम पत्रकारों को करना चाहिए था वो अकेली @TheSuhaniShah जैसी कलाकार ने कर दिखाया! तभी किसी ने ठीक ही कहा कि पत्रकार इन दिनों ‘ज्यादा ही बड़े कलाकार’ नजर आ रहे हैं! सुहानी को बधाई और साधुवाद!
— Sumit Awasthi (@awasthis) January 26, 2023
आपको बता दें कि मीडिया का एक बड़ा वर्ग जनता की समस्याओं से किनारा कर के या तो सरकार की चरण वंदना में लगा रहता है या फिर ऐसे मुद्दों को आगे करता है जिससे सरकार को सवालों से बचाया जा सके, सरकार की नाकामियों को छुपाया जा सके और ऐसे आरोप मीडिया पर 2014 के बाद से ही लगते रहे हैं. हालांकि सुमित अवस्थी पर भी ऐसे ही आरोप लगते हैं. लेकिन इस बार उन्होंने पत्रकारों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है.